उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक के बाद भारी बारिश का दौर जारी है। जिससे प्रदेश में जनजीवन-अस्त व्यस्त हो गया है। आलम ये है कि जगह-जगह पहाड़ियां दरक रही हैं। जिससे लगातार भूस्खलन हो रहा है और सड़कें बंद हो रही हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ-साथ सैलानियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा बारिश से देवभूमि में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे न जाने की सलाह दी है। वही सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और सभी राज्य अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सभी तीर्थयात्रियों को मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा पर आगे बढ़ना चाहिए।
इसके अलावा भारी बारिश से छिनका के पास भूस्खलन के कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। साथ ही कुमाऊं मंडल के चंपावत में एनएच-9 भी बंद हो गया है। जिससे लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानी हो रही है। वहीं उत्तराखंड की पर्यटन नगरी नैनीताल की बात करें तो वहां पर घने बादल छाए हुए हैं। जिससे मौसम सुहावना हो गया है। इससे पहले केदारनाथ हाईवे पर देर रात भारी बारिश के कारण फाटा के निकट चंडिका धार में पहाड़ी से भूस्खलन हुआ जिससे मार्ग पर भारी मात्रा में मलबा गिर गया। वहीं मौसम विभाग ने भारी बारिश को देखते हुए 11 और 12 जुलाई के लिए चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोडा, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तराखंड में लगातार बारिश से उत्तरकाशी में भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ गया है।